महात्मा हंसराज पर 10 वाक्य : 10 Lines on Mahatma Hansraj in Hindi

महात्मा हंसराज पर 10 वाक्य : 10 Lines on Mahatma Hansraj in Hindi – आज हम आपको महात्मा हंसराज के बारे में जानकारी देने वाले हैं यह जानकारी हम हंसराज पर 10 वाक्य (mahatma hansraj par 10 line nibandh) के माध्यम से देंगे जो कि एक short essay होगा यह जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाली है इसलिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।

महात्मा हंसराज पर 10 वाक्य : 10 Lines on Mahatma Hansraj in Hindi

  1. महात्मा हंसराज जी पंजाब के प्रसिद्ध आर्य समाज के नेता थे।
  2. वह एक समाज सुधारक और शिक्षावादी थे।
  3. महात्मा हंसराज का जन्म 1864 में 19 अप्रैल को पंजाब में हुआ था।
  4. महात्मा हंसराज जी स्वामी विवेकानंद जी के विचारों से बहुत प्रभावित थे।
  5. महात्मा हंसराज जी जातिवाद का विरोध करते थे।
  6. महात्मा हंसराज जी ने अपनी डिग्री की शिक्षा सरकारी कॉलेज लाहौर से प्राप्त की थी।
  7. 19वीं शताब्दी के अंत में महापुरुषों में महात्मा हंसराज जी का नाम ऊंचे दर्जे में शामिल है।
  8. महात्मा हंसराज जी ने अपना सारा जीवन समाज सुधार और शिक्षा को अर्पित किया है।
  9. महात्मा हंसराज जी डीएवी (दयानंद एंग्लो वैदिक) शिक्षा संस्थाओं के संस्थापक थे। 
  10. डीएवी शिक्षा संस्थान 750 से भी अधिक है जो विद्यालय व महाविद्यालय पर शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
10 Lines on Mahatma Hansraj in Hindi

10 Lines on Mahatma Hansraj in Hindi

  1. महात्मा हंसराज 19वीं शताब्दी के महान पुरुषों में से एक हैं जो एक प्रसिद्ध आर्य समाज नेता थे।
  2. महात्मा हंसराज जी का जन्म 1864 में 19 अप्रैल को पंजाब में होशियारपुर जिले के बजवारा नाम के स्थान पर हुआ था।
  3. उनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था और हंसराज जी के पिता का नाम चुन्नीलाल था।
  4. महात्मा हंसराज जी का बचपन गरीबी में गुजरा और जब वह 12 वर्ष के थे तब उनके पिता का देहांत हो गया था।
  5. महात्मा हंसराज जी बचपन से ही बुद्धिमान थे और उन्होंने अपने कॉलेज की  पढ़ाई गवर्नमेंट कॉलेज लाहौर से पूरी की है।
  6. 1885 में महात्मा हंसराज जी जब लाहौर में शिक्षा प्राप्त कर रहे थे तब उन्हें स्वामी दयानंद सरस्वती के सत्संग में जाने का अवसर मिला था।
  7. स्वामी दयानंद सरस्वती के विचारों से महात्मा हंसराज जी बहुत प्रभावित हुए थे और उन्हें एक नई दिशा दृष्टि प्राप्त हुई थी।
  8. 1886 मे महात्मा हंसराज दयानंद एंग्लो वैदिक हाई स्कूल लाहौर के प्रधानाध्यापक बने।
  9. वह समाज की सेवा को अधिक महत्व देते थे और इसलिए वह 22 वर्ष की उम्र में अवैतनिक प्रधानाध्यापक बने।
  10. महात्मा हंसराज जी ने अपना पूरा जीवन समाज सेवा और शिक्षा को समर्पित किया और 15 नवंबर 1938 में उनकी मृत्यु हुई।

पूछे जाने वाले प्रश्न

हंसराज कौन था?

हंसराज 19वीं शताब्दी के आर्य समाज के एक प्रमुख नेता थे जो शिक्षा वादी और समाजसेवी थे जिन्होंने अपना पूरा जीवन समाज सेवा और शिक्षा को समर्पित किया।

महात्मा हंसराज के जीवन से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

महात्मा हंसराज जी एक सरल और सुलझे हुए व्यक्ति थे वह हमेशा सेवा की भाव रखते थे और उन्होंने अपना स्वयं के सुख को त्याग कर समाज सेवा और शिक्षा को महत्व दिया। शिक्षा को महत्व देते हुए उन्होंने एक शिक्षित समाज का निर्माण किया। हमें उनसे शिक्षा मिलती है कि हमें अपने आप को इतना शिक्षित करना चाहिए ताकि जिस समाज पर हम रह रहे हैं उसे और भी बेहतर बना सकें।

हंसराज जी ने अपनी शिक्षा कहां पूर्ण की?

हंसराज जी ने अपनी डिग्री सरकारी कॉलेज लाहौर से पूरी की और स्वामी दयानंद सरस्वती जी के विचारों से वह बहुत प्रभावित थे।

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निष्कर्ष

दोस्तों हमने अभी जाना महात्मा हंसराज पर 10 वाक्य (Few lines on Mahatma Hansraj in Hindi) यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेंट कर बताएं इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और ऐसे ही few lines short essay और भी पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट पर दोबारा विजिट करना ना भूले।

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